आज होगी मशहूर प्ले बाप रे बाप की 23वीं प्रस्तुति
जयपुर। रवीन्द्र मंच पर पांच दिनों तक चलने वाले चौथे राजरंगम समारोह का भव्य शुभारंभ गुरूवार को हुआ। समारोह के पहले दिन गिरिश कर्नाड के नाटक अग्नि बरखा का मंचन रंगकर्मी जफर खान के निर्देशन में किया गया। महाभारत काल प
र आधारित नाटक में पांडुओ के वनवास काल को दिखाया गया है। जब अपने वनवास के दौरान पांडव इधर उधर भटक रहे थे तो संत लोषम इन्हे यवक्री की गाथा सुनाते है। इस कथा में कई गंभीर अर्थ विद्यमान है। इस नाटक में इसके निहित अर्थेां व अभिप्रायों को स्पष्ट किया गया है।
इसी कडी में शुक्रवार को रंगशीर्ष संस्थान जयपुर की पॉपुलर नाट्य कृति बाप रे बाप का मंचन किया जाएगा। मशहूूर रंगकर्मी दिनेश प्रधान के निर्देशन में यह इस नाट्यकृति का 23वां मंचन होगा। के.पी.सक्सेना द्वारा लिखित इस नाटक में व्यंग की धार और संवेदना की थाप से सजे इस नाटक में घर—घर की कहानी दिखाने का प्रयास किया गया है। रंगकर्मी दिनेश प्रधान ने जानकारी देते हुए बताया कि नाटक का मंचन रवीन्द्र मंच के मुख्य हॉल में शाम 7 बजे से किया जाएगा।
आपको बता दे कि पांच दिनों तक चलने वाले इस समारोह के दौरान 16 अक्टूबर को रवीन्द्र मंच के स्टूडियो थियेटर में शाम 6 से 8 बजे तक सेमीनार का आयोजन किया जाएगा जबकि 17 अक्टूबर तक प्रतिदिन शाम 6 से 9 बजे तक प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।