नई दिल्ली। सबसे कम उम्र में एवरेस्ट फतह करने वाली 13 वर्षीय लडकी पूर्णा मालावत की कहानी पर आधारित राहुल बोस कृत फिल्म ‘पूर्णा’ की स्क्रीनिंग पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन में की गई। फिल्म देखते देखते राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की आखों से आंसू छलक पडे। यही नही फिल्म की स्क्रीनिंग देखने आए उनके परिवार के सभी सदस्यों की आंख में आंसू थे।
उसका परिवार माली हालत से जूझ रहा है। बड़ी कठिनाई से उसने माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई पूरी की। एक्टर राहुल बोस ने पूर्णा की जिंदगी पर बायोपिक बनाई और उसकी स्क्रीनिंग राष्ट्रपति भवन में रखी गई। यहीं पर फिल्म का पोस्टर भी रिलीज किया गया। क्रिटिक तरण आदर्श ने फिल्म के पोस्टर को ट्वीट किया है।
इस फिल्म को राष्ट्रपति सहित कई नेतागण व पूर्णा के परिवार ने देखी। फिल्म देखने के बाद सभी की आंखों में आंसू दिखे। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने यह बायोपिक देखी और इस बात की खुशी जताई कि पूर्णा की इस आत्मकथा से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही दुनिया की हर महिला को अपना सपना पूरा करने का प्रोत्साहन मिलेगा।